द गर्ल इन रूम 105–११
अध्याय 3
कम इन द ग्रेट राजपुरोहित सर, चंदन अरोरा ने कहा उनका मुंह भरा हुआ था, इसलिए आवाज दबी दबी आ
रही थी।
पूरे कमरे से पान मसाले की बू आ रही थी, जो चंदन के मुंह में था। उन्होंने गुटखा चढ़ाते हुए ही एक कुर्सी की ओर इशारा किया। मैं बैठ गया और उनके गुटखा थूकने का इंतजार करने लगा। मैं दीवार पर टंगी तस्वीरों का मुआयना करने लगा। कुछ तस्वीरों में यह अतीत के कामयाब स्टूडेंट्स के साथ पोज दे रहे थे। साथ ही उनके आईआईटी एडमिशन लेटर्स लगे हुए थे। एक फर्जी और फोटोशॉप्ड किया हुआ फ्रेस्ट सर्टीफिकेट मोटे अक्षरों में कह रहा था— चंदन सर व अल्टीमेट किंग ऑफ जेईई कैमिस्ट्री' यह उनके ही एक एक्स स्टूडेंट ने बनाकर दिया था। एक दूसरी तस्वीर में चंदन काला चश्मा चढ़ाए और हाथ बांधे आईआईटी दिल्ली की बहुमंजिला इमारत के टॉप पर खड़े हुए थे। इस तस्वीर का यह मतलब था कि चंदन ने आईआईटी एस एग्जाम सिस्टम को जीत लिया है। जबकि चंदन खुद कभी आईआईटी में जाने में कामयाब नहीं हो सके थे। वे दिल्ली यूनिवर्सिटी के वेंकटेश्वर कॉलेज में कैमिस्ट्री प्रोफ़ेसर हुआ करते थे। दस साल पहले उन्होंने अपने मालवीय नगर वाले घर के गैरेज में जेईई कैमिस्ट्री शंस लेना शुरू किया था। धीरे-धीरे बिजनेस बढ़ा और उसने चंदन क्लासेस का रूप ले लिया। आज उन्होंने मालवीय नगर में अपने घर की लेन में एक तीन मंजिला इमारत को किराए पर ले रखा है। उनके लिए पंद्रह फुल टाइम फैकल्टी मेंबर काम करते हैं। इनमें से सात तो आईआईटीयन थे। उन्हें इस बात पर गर्व था। वे बार-बार कहते' देखो, ये सच है कि मैंने कभी आईआईटी नहीं किया, लेकिन आईआईटीयन मेरे लिए काम करते हैं।" वे स्टूडेंट्स की पैरंट्स को भी नहीं बोलकर अपनी क्षमताओं के बारे में आश्वस्त करते थे। कभी-कभी तो दे मुझे डिस्प्ले के लिए अपनी क्लास से बाहर बुला लेते।
'इन्हें देखिए, आईआईटी दिल्ली 2013 बैच आज यह मेरे लिए काम करते हैं," वह 'मेरे लिए' पर जोर
देकर कहते। एक बार तो वे यहां तक कह गए कि क्या इनको देखकर आपको लगता है कि इनमें कुछ खास है? अगर यह आईआईटी में जा सकते हैं तो आपका बच्चा भी जा सकता है।'
डस्टबिन में गुटखा थूकने की आवाज़ से मेरा ध्यान वर्तमान काल में लौट आया। 'तो, राजपुरोहित सर, आपकी क्लासेस कैसी चल रही हैं?" नुमाइश का आईआईटीयन होने के अलावा में चंदन क्लासेस में गणित भी पत्राता था। और आज चंदन
अरोरा ने मुझे अपने काम के बारे में बात करने के लिए बुलाया था।
'गुड, चंदन सर, 'मैंने एक नकली मुस्कान के साथ कहा 'हमने अभी कैलकुलस मॉडल पूरा किया है।" उन्होंने एक फाइल मेरी तरफ खिसका दी। 'राजपुरोहित जी.' उन्होंने कहा, 'ये आपके स्टूडेंट्स का फीडबैक है। इनमें से कुछ का कहना है कि आप उन्हें
आईआईटी के लिए कोशिश करने से मना करते हैं।" ''नहीं, मरा
उन्होंने फ़ाइल बंद कर दी। 'फिर वो ऐसा क्यों कह रहे हैं?"
'सर, शायद ये बात मेरे कमज़ोर स्टूडेंट्स ने कही होगी। मॉक टेस्ट में फिसड्डी रहने वाले पैरेंट्स से धक्का
देकर वहां भेज दिया, लेकिन साइंस के लिए कोई काबिलियत उनमें नहीं। मेरे ख्याल से उन्हें आईआईटी के लिए कोशिश करके अपना समय जाया नहीं करना चाहिए।'
चंदन मेरी ओर झुके उनके भारी-भरकम शरीर के नीचे उनकी लेदर चेयर चरमराई।
राजपुरोहित जी, हमने यहां पर कैरियर गाइडेंस सेंटर नहीं खोल रखा है।